देश की राजनीति की कुरूपता
देश की राजनीति का स्तर दिन ब दिन गिरता ही जा रहा है अब आप ही सोचिये की यदि शहीदों की सहादत पर भी राजनीति होने लगे उनका संख्यात्मक मूल्यांकन होने लगे तो ये कहा तक सही है मुझे तो लगता है हम इन्ही हालातो के चलते फिर से गुलाम हो जाएंगे । ये मेरी व्यक्तिगत सोच है हो सकता है सही नही हो